वाशिंगटन। नॉर्थ कोरिया द्वारा किए गए 6ठे परमाणु परीक्षण के बाद पूरी दुनिया में हलचल मच गई है। अमेरिका समेत कई देशों ने इसकी निंदा की है। परीक्षण के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजों आबे से संबंध में बात की है। व्हाइट हाऊस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका की धरती, उसके सहयोगियों, टेरेटरीज को रक्षा के लिए कूटनीतिक, पारंपरिक और परामाणु ताकत के उपयोग को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। खबरों के अनुसार नॉर्थ कोरिया के परमाणु परीक्षण के बाद ट्रंप ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक बुलाई थी। ट्रंप ने इस परमाणु परीक्षण को अमेरिका के लिए खतरा करार दिया है। उनसे जब पूछा गया कि क्या वो इस परमाणु परीक्षण को लेकर नॉर्थ कोरिया को पर हमला करेंगे तो उन्होंने कहा हम देखेंगे। बता दें कि दुनिया को चौंकाने वाले कारनामों के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए उत्तर कोरिया ने रविवार को छठा परमाणु परीक्षण किया। यह उसके पांचवें परमाणु परीक्षण से कम से कम दस गुना ज्यादा शक्तिशाली था। परीक्षण में प्रयुक्त बम 1945 में जापान के नागासाकी शहर पर डाले गए अमेरिकी परमाणु बम से ज्यादा शक्तिशाली था। परीक्षण के वक्त रिक्टर पैमाने पर 6.3 के भूकंप की तरह धरती डोली। चीन, रूस और जापान में भूकंप का झटका महसूस किया गया। उत्तर कोरिया का दावा है कि उसने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है जो पूरी तरह सफल रहा। हाइड्रोजन बम परमाणु बम से 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है।

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